बल आघूर्ण क्या है (torque क्या है)
जब किसी वस्तु पर इस प्रकार बल लगाया जाता है कि वस्तु किसी अक्ष के परितःघूमने लगे तो हम इसे बल आघूर्ण कहते हैं ।
मतलब ये हुआ कि बल लगाने के वजह से वस्तु का घूमना ही बल आघूर्ण कहलाता हैं।
उदाहरण - जब हम किसी नट को खोलने के लिए पाना या रिंच का इस्तेमाल करते है तो क्या करते है पाना या रिंच से नट को फसा कर उसे पाना के द्वारा घुमाते हैं तो हम पाना पर बल लगाते है जिससे नट घूमने लगता हैं वो इसलिए कि नट में बल आघूर्ण उत्तपन हो जाता हैं।
बल आघूर्ण के मात्रक(unit of torque)
यदि किसी वस्तु पर लगने वाला बल न्यूटन में हो और
दूरी मीटर मे मापा जाए तो वस्तु पे लगने वाला बल आघूर्ण का SI मात्रक न्यूटन -मीटर होगा
बल आघूर्ण को T से दर्शाते हैं तो
T=F×r
F=आरोपित बल होता है
r= लम्बवत दूरी होता हैं
नोट बल आघूर्ण एक सदिश राशि होता हैं
बल आघूर्ण की दिशा जानने के लिए दाये हाथ के पेंच का नियम का use करते हैं।
जब आरोपित बल का मान और लम्बवत दूरी का मान अधिक हो तो बल आघूर्ण का मान भी अधिक होता हैं
आप सूत्र से भी देख सकते है।
इसलिए अगर जनरेटर का हेंडल छोटा होता है तो जनरेटर को घुमाने कठिन होता हैं
और जितना बड़ा होता है उतना ही घुमाना आसान होता हैं। वो इसलिए होता है कि r का मान बढ़ जाता है और मैं ये नही बताऊंगा की r क्या क्योंकि जब आप मेरा पोस्ट read कर रहे है तो जान गए होंगे कि r क्या है okey
एक और उदाहरण बात दे रहा हु और अगले एक उदाहरण आप कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे तो दूसरा उदाहरण ये है कि जब हम घर का दरवाजा उसके कब्जे के पास से बल लगा कर खोलते है तो जियादा बल लगता है और वही कब्जे से दूरी से खोलते है तो आसानी से दरवाजा खुल जाता हैं।
बिन्दु के प्रति बल आघूर्ण
बिन्दु के परितः बल आघूर्ण π=r×F होता हैं
मुझे उम्मीद है कि आप लोग बल आघूर्ण समझ गए होंगे अगर ये मेरी पोस्ट आप को अच्छी लगी हो तो आप अपना ईमेल के द्वारा हमे फॉलो करें ताकि जब भी हम पोस्ट डाले तो तो आपको पता हो सके तो thnks
Physics
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